Monday, May 2, 2011

शायरी--मेरी कलम से!

शायरी मेरी कलम से--
दोस्तो आज से में अपने ब्लॉग पर इस नयी ब्लॉग-पोस्ट को शुरू करने जा रहा हूँ,आशा है की उर्दू शायरी का शौक रखने वालों को यह पोस्ट पसंद आएगी! नहीं तो फिर में और निशात लासानी तो हैं हीं जिनको इस फन का खूब शौक है ! इसके तहत मैं रोज कम से कम एक शेर आपकी नज़र-"आज का शेर टाइटल से रखूँगा! यदि मुनासिब हुआ तो अपनी ही जुबाँ से विडियो भी लोड करूँगा!
तो शेर अर्ज है--
आज का शेर-

माना के मोहबत जन्नत है यारब
फिर ये हकीकत होते होते ख्वाब क्यों होती है!

No comments:

Post a Comment