ये हसरत तो हर कोई रखता है कि इश्क दिवानगी तक पहुंचे
मगर ये ऐसा नशा है जो टूट जाने पर सिर्फ दर्दे-दिल देता है !
मैं एक फ़कीर सी जिंदगी बसर करने में खुश हूँ 'रमेश'
मुझे बस अब कुछ नहीं चाहिए तेरे दीदार के बाद !
--अश्विनी रमेश !
मगर ये ऐसा नशा है जो टूट जाने पर सिर्फ दर्दे-दिल देता है !
मैं एक फ़कीर सी जिंदगी बसर करने में खुश हूँ 'रमेश'
मुझे बस अब कुछ नहीं चाहिए तेरे दीदार के बाद !
--अश्विनी रमेश !
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